Description
अनुष्ठान का अर्थ किसी भी मंत्र आदि साधना में सभी नियमो का पालन किया जाये जैसे ब्रह्ममुहूर्त में उठना-संध्यावंदन आदि करके किसी मंत्र या जो भी साधना करते है उसका एक चोक्कस समय पर ही आरमभ करना चाहे कुछ भी हो जाए, साधना के दौरान उसी समय को लेकर चलना,सिर्फ फलाहार कर के साधना करना, या एक समय ही खाना खाना, ब्रह्मचर्य का पालन करना,अधिक मात्रा में ना बोलना या मौनव्रत धारण करना, रात को एक निर्धारित समय पर सोकर प्रातः काल निर्धारित समय पर जगना इत्यादि नियमो का कठोरता पूर्वक पालन करने को ही अनुष्ठान कहते है | अनुष्ठान विधान अगर आप स्वयं अनुष्ठान करे तो उत्तम माना गया है | अपने गुरु के द्वारा मंत्र या साधना विधान मिले तो उत्तमोत्तम और विद्वान् ज्ञानी ब्राह्मण के द्वारा मंत्र मिले तो उत्तम समझना चाहिये | अनुष्ठान करवाने के लिए पंडित अशोक व्यास जी (+91 9617515092) या पंडित श्रीराम व्यास जी (+91 8305820364) या पंडित ओमप्रकाश व्यास जी (+91 9977443149) से संपर्क कर सकते है।